औरैया2अक्टूबर।शेमफोर्ड फ्यूचरिस्टिक के-12 स्कूल औरैया में आज दिनांक 1 अक्टूबर को महात्मा गांधी लाल बहादुर शास्त्री एवं ग्रैंड पेरेंट्स डे दिवस के रूप में मनाया गया l जिसमें कक्षा प्ले ग्रुप से लेकर कक्षा 12वीं तक के विद्यार्थियों ने भाग लिया l बच्चों ने प्रार्थना सभा का आयोजन कियाl जिसमें सर्वप्रथम छात्रा आराध्या चौहान एवं अपेक्षा पाण्डेय ने गायत्री मंत्र एवं प्रार्थना ‘ऐ मालिक तेरे बंदे’ के साथ कार्यक्रम को आगे बढ़ाया lजिसमें सर्वप्रथम सेम लिटिल स्टार्स ने लाल बहादुर शास्त्री, महात्मा गांधी, दादा-दादी एवं नाना -नानी का रूप धारण करके सबके मन को मोह लियाl जिसमें छात्र आयुष्मान ने महात्मा गांधी, छात्र उत्कर्ष,कृष्णांश दादा जी की पोशाक में नजर आए l वहीं कक्षा यूकेजी के छात्र आकर्ष प्रजापति ने कविता ‘बापू जैसा बनूॅंगा मैं’ कविता का लयात्मक गायन प्रस्तुत किया l छात्रा आराध्या चौहान एवं वैष्णवी पाल ने ‘दे दी हमें आजादी’ पर महात्मा गांधी के गुणों का वर्णन सस्वर संगीत के माध्यम से किया l छात्रा अदिति गुप्ता ने ‘दादी अम्मा दादी अम्मा मान जाओ न’ पर सुंदर भावपूर्ण प्रस्तुति दी l छात्रा अन्वी ने ‘ये तो सच है, कि भगवान है’ पर प्रस्तुति दी l छात्र मुदित सेठी ,छात्रा नव्या पोरवाल ने अपने विचारों को एक चित्राकृति के माध्यम से प्रस्तुत किया l जिसमें छात्रों ने महात्मा गांधी के कर्मशील, कर्मठतापूर्ण जीवन की सराहना करते हुए उनका आभार व्यक्त किया lवहीं छात्रा मेंहल सेंगर ने चित्राकृति की एवं महात्मा गांधी के तीन बंदर कविता का सस्वर वाचन कियाl जिसमें छात्रा ने बताया कि हमें बुरा देखना, बुरा सुनना एवं बुरा नहीं बोलना चाहिए l
छात्र उत्कर्ष मिश्रा ,छात्रा आस्था कटियार, छात्र शौर्य प्रताप एवं छात्रा खुशी गुप्ता ने अपने -अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए l जिसमें छात्रों ने महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन पर प्रकाश डाला और उनके कर्मठशील व्यक्तित्व के बारे में जानकारी दी l
वहीं कक्षा छठवीं, सातवीं, आठवीं एवं दसवीं के छात्रों ने सामूहिक रूप से नाटक का मंचन किया lजिसमें छात्र एवं छात्राओं ने गांधी जी के जीवन से जुड़ी घटनाओं को दर्शाया और उससे सीख लेने की प्रेरणा दी l
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्य डॉ.मीनाक्षी नरूला  ने बच्चों को विश्व कृतज्ञता दिवस, गांधी जयंती ,लाल बहादुर शास्त्री जयंती एवं ग्रैंड पेरेंट्स डे की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए बच्चों का उत्साहवर्धन किया lजिसमें उन्होंने बच्चों को एक- दूसरे की मदद करने की सीख दीl उन्होंने गांधीजी के तीन बंदरों के माध्यम से बच्चों को अच्छे सद्गुणों को ग्रहण करने की शिक्षा दी और कहा, कि हमें कभी भी किसी की बुराई नहीं सुननी चाहिए और ना ही देखनी चाहिए और ना ही करनी चाहिए lहमें हमेशा दूसरों के साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिए lराष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ l

 

 

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