
अर्द्व अखिलेश्वर कर रहे डा0 भीमराव अम्बेडकर का अपमान

औरैया। समाजवादी पार्टी के होर्डिंग में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आधी तस्वीर काटकर उस हिस्से में अखिलेश यादव की तस्वीर लगाए जाने पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता में खासा रोष दिखा। समस्त कार्यकर्ता भाजपा कार्यालय, तुर्किपुर में जिला अध्यक्ष सर्वेश कठेरिया के नेतृत्व में एकत्र होकर हाथों में काली पट्टी बॉधकर नारे लिखी तख्तियों के साथ पुरवा चैनसुखपुर, बिरिया स्थित अम्बेडकर जी की मूर्ति के निकट पहुॅचे और जोरदार नारेबाजी करते हुये डा साहब की मूर्ति पर फूलमाला अर्पित की।
इसके बाद उन्हांेने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के विरूद्व जोरदार नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज कराया। भाजपाई गुस्से में है सारा देश, माफी मॉगो तुम अखिलेश, बाबा साहब से जिनको द्वेष, आजम खॉ, और अखिलेश, बाबा साहब है देश की शान, सपा कर रही उनका अपमान, दलित विरोधी जिनकी पहचान, समाजवादी पार्टी उसका नाम जैसे नारे लगाते रहे। इस दौरान सभी कार्यकर्ता अपने हाथों में काली पट्टी बॉधे थे।
भारतीय जनता पार्टी के सभी नेताओं ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के कृत्य को बेहद शर्मनाक बताया। उन्होंने कड़ी प्रतिक्रया जताते हुए कहा कि यह बाबा साहब और उनके अनुयायियों का अपमान है। भाजपा क्षेत्रीय उपाध्यक्ष/जिला प्रभारी आनन्द सिंह जी ने होर्डिंग पर आपत्ति जताते हुए कहा कि ये सपा की दूषित मानसिकता है। बाबा साहब का जिस तरह से इन लोगों ने अपमान किया है इसको देश की जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी और समय आने पर इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इससे पहले भी कई बार समाजवादी पार्टी के नेता बाबा साहब का अपमान कर चुके हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में बाबा साहब के नाम पर बने मेडिकल कॉलेज और बाबा साहब की पत्नी रमाबाई आंबेडकर के नाम से बने जिले कानपुर देहात से भी रमाबाई अंबेडकर का .नाम हटाया था। बाबा साहब के प्रति सपा की घृणा पोस्टर के माध्यम से प्रदर्शित हो रही है। डिप्टी सीएम ने पोस्टर लगाने वाले के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की बात भी कही।
भाजपा जिलाध्यक्ष सर्वेश कठेरिया ने कहा कि सपा द्वारा लगाई गई होर्डिंग में बाबा साहब का बहुत बड़ा अपमान किया गया है। यह लोग हमेशा से बाबा साहब का अपमान करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि होर्डिंग में बाबा साहब के बराबर खुद को प्रदर्शित करना, इनकी दूषित मानसिकता को दर्शाता है। यह एक कानूनी जुर्म के साथ बाबा साहब के अनुयायियों की आस्था पर कुठाराघात है। ये हम सभी को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं है। हम सभी इसकी निंदा करते हैं। अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग की जितनी भी योजनाएं थीं, सभी को समाप्त कर दिया था। इन्होंने सारे महापुरुषों का अपमान किया है। इसे जनता कभी भी नहीं भूलेगी। उन्होनें कहा कि बाबा साहब का विराट व्यक्तित्व की तो बात ही क्या, अखिलेश पहले मेरा ही मुकाबला कर लें।
जिला पंचायत अध्यक्ष कमल दोहरे ने कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हम अंबेडकरवादी लोग बाबा साहब का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव का कृत्य खुद दलित विरोधी है, उन्होंने अपने शासनकाल में दलित कार्मिकों के प्रमोशन में आरक्षण पर रोक लगाई, जिससे लाखों दलित अधिकारियों और कर्मचारियों को डिमोशन का दंश झेलना पड़ा। दलित समाज अभी तक इसे भूला नहीं है। उन्होंने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव दलितों को अपमानित करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते। बाबा साहब की आधी तस्वीर काटकर उसमें अपनी आधी तस्वीर लगाकर वे शायद दलित समाज को यह बताना चाहते हैं कि वे बाबा साहब के बराबर हैं, लेकिन उनके इस कृत्य से दलित समाज न सिर्फ आहत है बल्कि इसे अखिलेश द्वारा जानबूझकर बाबा साहब का अपमान किए जाने काकुत्सित प्रयास मान रहा है। इस प्रकार की फोटो लगाकर अर्द्व अखिलेश्वर बनकर रह गये है।
जिला महामंत्री शिवसिंह भारती ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने ये जो पोस्टर लगाया है और पोस्टर के माध्यम से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जो संदेश देना चाहते हैं उसकी हम लोग निंदा करते हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने आपको बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के बराबर समझ रह जबकि अखिलेश यादव बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के पैरों की धूल भी नहीं हैं। उनकी इस हरकत पर उन्हे देश की जनता माफ नहीं करेगी।
जिला मंत्री विशाल शुक्ला ने कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर का फोटो आधा काटकर लगाया गया जो कि बहुत ही निंदनीय है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा पीडीए की बात करती है और दूसरी तरफ इस पार्टी के कार्यकर्ता बाबा साहब का आधा फोटो लगाकर उनका अपमान कर रहे हैं। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस कृत्य पर मौन धारण किये हुए हैं। इसका सीधा अर्थ है कि बाबा साहब के इस अपमानजनक कृत्य में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मूक सहमति है।
इस अवसर पर कुलदीप दुवे, अमरचन्द्र राठौर, राजकुमार दुवे, धीरेन्द्र गौड़, यशवीर सिंह, बृजेश बन्धु, सुनील बाल्मिकी, प्रतीक सिंह, शिवम, यौगेन्द्र कैथवार, अवधेश, रवि पाण्डेय, अजय वर्मा, रामजी मिश्रा, श्यामू अवस्थी, अंशुल चौबे, जगमोहन, सौरभ राजपूत, चन्द्रकांति मिश्रा, मन्जू सिंह, डा सुवेन्द्र सिंह (लालू) गोविन्द मिश्रा, माधव राजपूत, राजबर्धन, कौशलेन्द्र कुशवाहा, रामनरेश ििमरा भंते धनराम, सीताराम, लाखन सिंह, श्रीकृष्ण दोहरे, विनोद दोहरे, अजय वर्मा, अरविन्द दाहरे, गौरव चौधरी, रामनरेश मिश्रा, रामनरेश दीक्षित, शिवेन्द्र सिंह राजपूत, हरपाल ठाकुर, राजेश सिंह, लाल सिंह सेंगर, लाल सिंह सेंगर, अनिल शुक्ला सहित सैकड़ो की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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