जन उपयोगी विकासपरक कार्यों को मानक और गुणवत्ता के साथ समयांतर्गत कराये पूर्ण।
आमजन द्वारा विभिन्न माध्यमों से प्राप्त होने वाली शिकायतों का निस्तारण निष्पक्षता के साथ पारदर्शिता पूर्वक कराये सुनिश्चित।
जनपद की कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाए रखने के लिए संबंधित अपनी-अपनी जिम्मेदारी का ईमानदारी के साथ करें निर्वहन।
औरैया 18 अक्टूबर ।जन कल्याणकारी लाभपरक योजनाओं को पारदर्शिता के साथ धरातल पर संचालित करते हुए पात्रों का चयन कर समयांतर्गत कराये लाभान्वित जिससे शासन की मंशा और योजनाओं की उद्देश्य पूर्ति सुनिश्चित हो सके।
माननीय राज्यमंत्री महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग/ जनपद प्रभारी मंत्री श्रीमती प्रतिभा शुक्ला ने उपरोक्त निर्देश कलेक्ट्रेट स्थित मानस सभागार में आयोजित विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए दिये। उन्होंने कहा कि आमजन की शिकायत को विभागीय अधिकारी गंभीरता से लेते हुए स्थलीय निरीक्षण कर समय से स्थाई समाधान सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रायः विद्युत संबंधी शिकायतें रहती हैं जिसके लिए विद्युत विभाग अपनी कार्य योजना तैयार कर अधिकारी भ्रमणशील रहकर समस्या का निस्तारण सुनिश्चित करें। उन्होंने समीक्षा के दौरान उद्यान, ग्राम्य विकास, कृषि, ऊर्जा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, दुग्ध विकास, दिव्यांग सशक्तिकरण, पंचायती राज, पर्यटन, प्राथमिक शिक्षा, पशुधन, मत्स्य, पिछड़ा वर्ग कल्याण, महिला एवं बाल विकास, माध्यमिक शिक्षा, युवा कल्याण, लोक निर्माण, समाज कल्याण, सहकारिता तथा सिंचाई विभाग आदि की विस्तार पूर्वक समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि सभी संबंधित अधिकारी अपनी अपनी विभागीय योजनाओं को संचालित करने हेतु गुणवत्तापूर्ण कार्य योजना के साथ संचालन करते हुए आमजन को उसका लाभ दिलाएं। उन्होंने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि शिक्षा की गुणवत्ता तथा छात्रों की उपस्थिति के साथ-साथ अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराये। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के लिए अभिभावकों से समन्वय बनाएं और इसके लिए प्रेरित करें कि बच्चे बिना नागा किए प्रतिदिन स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने जाएं। उन्होंने जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित किया कि कृषकों को अनुदान पर मिलने वाले उर्वरक एवं बीज का वितरण नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के माध्यम से कराये जिससे सभी पात्रों को उनका लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि बुवाई के समय ध्यान रखा जाए कि उर्वरक में किसी प्रकार की कालाबाजारी न होने पाए।
माननीय प्रभारी मंत्री ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील कुमार वर्मा को निर्देशित किया आमजन को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाओं पर स्वयं संज्ञान लेकर सतत समीक्षा करें और यह सुनिश्चित करें कि ग्रामीण क्षेत्र में भी स्वास्थ्य सेवाएं जरूरतमंदों को उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह प्रथम व तृत्तीय बुधवार को विकास खंडवार दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए जाने हेतु शिविर आयोजित करते हुए दिव्यांगजनों के प्रमाण पत्र बनाए जाएं जिससे कोई भी दिव्यांगजन शासन द्वारा संचालित योजनाओं के लाभ से वंचित न रहने पाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पंचायत घर क्रियाशील किए जाएं जहां विभागीय अधिकारी उपस्थित रहकर ग्रामीणजनों की समस्याओं का अंकन/ आवेदन प्राप्त कर पात्रता के अनुरूप योजना का लाभ दिलाए, जिससे कोई भी पात्र लाभ लेने से छूटने न पाए। उन्होंने इस अवसर पर जनपद की कानून व्यवस्था के संबंध में अब तक की गई कार्यवाहियों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया कि कानून व्यवस्था और बेहतर की जाए जिससे समाज में किसी के अंदर भय की स्थिति उत्पन्न न हो और आमजन शांतिपूर्वक अपना जीवन व्यतीत करें।
जिलाधिकारी डॉ० इन्द्रमणि त्रिपाठी ने आस्वस्त किया कि प्राप्त निर्देशों के अनुरूप कार्य कराते हुए योजनाओं का संचालन नियमानुसार पारदर्शिता के साथ कराया जाएगा और हर संभव प्रयास करके जनपद को प्रथम स्थान पर लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए टीम भावना से कार्य करेंगे।
बैठक में मा0 राज्यसभा सांसद गीता शाक्य, सदर विधायका गुड़िया कठेरिया, पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर शंकर, भाजपा जिला अध्यक्ष भुवन प्रकाश गुप्ता, भाजपा जिला प्रभारी आनंद सिंह, मुख्य विकास अधिकारी राम सुमेर गौतम, अपर जिलाधिकारी (वि ०/ रा०) महेन्द्र पाल सिंह सहित विभिन्न विभागीय अधिकारी आदि उपस्थित रहे।