◆अप्रैल 2021 में आयात वित्त वर्ष 2020-21 के मुकाबले 167.05 फीसदी बढ़ा और 2019-20 के मुकाबले 7.87 फीसदी बढ़ा, जो अर्थव्यवस्था में रिकवरी को दर्शाता है
★★नई दिल्ली 14 मई।अप्रैल 2021 में भारत द्वारा किए गए निर्यात में अप्रैल 2020 के मुकाबले 195.72 फीसदी और अप्रैल 2019 के मुकाबले 17.62 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है। जो कि निर्यात में लगातार अच्छे प्रदर्शन को दिखाता है।
अप्रैल 2021 में पीओएल, रत्न एवं आभूषण छोड़कर मर्चेंडाइज्ड निर्यात में वित्त वर्ष 2020-21 की इसी अवधि की तुलना में 160.24 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जबकि 2019-20 की इस अवधि की तुलना में 20.47 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
अप्रैल 2021 में आयात वित्त वर्ष 2020-21 के मुकाबले 167.05 फीसदी बढ़ा है और 2019-20 के मुकाबले 7.87 फीसदी बढ़ा है, जो अर्थव्यवस्था में रिकवरी को दर्शाता है।
अप्रैल 2021* में सेवा क्षेत्र में निर्यात 21.17 अरब अमरीकी डॉलर (अनुमानित) रहा है। जिसमें अप्रैल 2020 की तुलना में 28.68 फीसदी की सकारात्मक बढ़ोतरी हुई है। इसी तरह अप्रैल 2021* में सेवा क्षेत्र में 13 अरब अमेरिकी डॉलर (अनुमानित) का आयात हुआ है। जिसमें अप्रैल 2020 की तुलना में 39.75 फीसदी की सकारात्मक बढ़ोतरी हुई है। अप्रैल 2021* में सेवा क्षेत्र का शुद्ध निर्यात 8.17 अरब अमेरिकी डॉलर (अनुमानित) रहा है, जो अप्रैल 2020 की तुलना में 14.28 फीसदी की सकारात्मक बढ़ोतरी दर्शाता है।
कमोडिटी के आधार पर बढ़ोतरी
जिन कमोडिटी (वस्तुओं) ने अप्रैल 2021 में अप्रैल 2020 की तुलना में सकारात्मक बढ़ोतरी दर्ज की है, वे निम्नलिखित हैं : रत्न और आभूषण (9271.21 प्रतिशत), जूट निर्माण जिसमें फ्लोर कवरिंग शामिल है(1684.62 प्रतिशत), कालीन (1352.68 प्रतिशत), हस्तशिल्प जिसमें हाथ से बने कालीन शामिल नहीं (1275.46 प्रतिशत), चमड़ा और चमड़े के उत्पाद (1201.44 प्रतिशत), सभी वस्त्रों के आरएमजी (927.08 प्रतिशत), सूती धागे / फैब्रिक्स। / मेड अप, हैंडलूम उत्पाद आदि (618.26 प्रतिशत), मानव निर्मित यार्न / फैब्क्रिस। /मेड-अप आदि (587.01 प्रतिशत), अन्य अनाज (451.39 प्रतिशत), सिरेमिक उत्पाद और कांच के बने पदार्थ (444.45 प्रतिशत), इलेक्ट्रॉनिक सामान (372.62 प्रतिशत), तेल भोजन (279.49 प्रतिशत), काजू (260.48 प्रतिशत), अभ्रक, कोयला, अन्य अयस्क, प्रसंस्कृत खनिज (241.21%), इंजीनियरिंग सामान (238.27 प्रतिशत), पेट्रोलियम उत्पाद (191.53 प्रतिशत), तंबाकू (187.4 प्रतिशत), अनाज और विविध प्रसंस्कृत वस्तुएं (174.61 प्रतिशत), लौह अयस्क (172.16 प्रतिशत) सहित अन्य अयस्कों, खनिज , ऑयल सीड (169.04 प्रतिशत), मांस, डेयरी और पोल्ट्री उत्पाद (148.81 प्रतिशत), चाय (146.31 प्रतिशत), समुद्री उत्पाद (107.94 प्रतिशत), मसाले (97.56 प्रतिशत), कॉफी (75.02 प्रतिशत), कार्बनिक और अकार्बनिक रसायन (68.54 प्रतिशत), चावल (61.64 प्रतिशत), प्लास्टिक और लिनोलियम (51.89 प्रतिशत), फल और सब्जियां (25.4 प्रतिशत) और औषध और फार्मास्युटिकल्स (23.43 प्रतिशत)।
लौह अयस्क, दवा एवं फार्मास्युटिकल्स का निर्यात 2020-2021 और अप्रैल 2021 के दौरान लगातार बढ़ा है। इसी तरह अप्रैल 2020 के महीने को छोड़कर 2020-2021 और अप्रैल 2021 के दौरान चावल का निर्यात भी लगातार बढ़ रहा है। अनाज और विविध प्रसंस्कृत उत्पाद, अन्य अनाज और ऑयल मील का निर्यात भी जून 2020 से लगातार बढ़ रहा है। जूट निर्माण में फ्लोर कवरिंग शामिल है और कालीन निर्यात जुलाई 2020 से लगातार बढ़ रहा है। हस्तशिल्प जिसमें हाथ से बने कालीन शामिल नहीं हैं, सूती धागे/फैब्रिक्स/मेड-अप, हथकरघा उत्पाद आदि, सिरेमिक उत्पाद और कांच के बने पदार्थ, मसाले और ‘अन्य’ श्रेणियों का निर्यात सितंबर 2020 से लगातार बढ़ रहा है। अभ्रक, कोयला और अन्य अयस्क, खनिज (प्रसंस्कृत खनित भी शामिल) का निर्यात अक्टूबर 2020 से लगातार बढ़ रहा है।
चमड़ा और चमड़े के उत्पाद, मानव निर्मित यार्न / फैब्रिक्स / मेड-अप आदि और समुद्री उत्पाद जो महामारी (2020-21) के दौरान नकारात्मक वृद्धि कर रहे थे, उन क्षेत्रों में भी मार्च 2021 से तेजी दिखी है।
*नोट: आरबीआई द्वारा अभी तक सेवा क्षेत्र के ताजा आंकड़े मार्च 2021 के लिए ही जारी किए गए है। ऐसे में अप्रैल 2021 के अनुमान आरबीआई द्वारा आंकड़े जारी करने के बाद संशोधित हो सकते है.
पी आई बी