वर्तमान में तीन आईसीजी जहाज और श्रीलंका द्वारा तैनात चार टग्स इस अभियान में शामिल हैं और भारी-भरकम बाहरी अग्निशमन प्रणाली के माध्यम से फोम समाधान/समुद्री जल का लगातार छिड़काव कर रहे हैं। निरंतर जारी संयुक्त अग्निशमन प्रयासों के परिणामस्वरूप सकारात्मक नतीजे मिल रहे हैं एवं आग के नियंत्रण में होने के संकेत बढ़ रहे हैं। अब धुआं भी कम हुआ है। आग को पोत के पीछे के क्षेत्र के पास तक सीमित किया गया है।
आईसीजी जहाज ‘वैभव’ और ‘वज्र’ अपनी अग्निशमन क्षमताओं के अलावा तेल रिसाव से निपटने के लिए पर्याप्त प्रदूषण प्रतिक्रिया (पीआर) क्षमताओं से भी लैस हैं। 29 मई, 2021 से आईसीजी जहाज समुद्र प्रहरी, जो एक विशेष प्रदूषण प्रतिक्रिया (पीआर) पोत है, को भी प्रदूषण प्रतिक्रिया के दृष्टिकोण से भेजा गया है ताकि अग्निशमन प्रयासों को बढ़ाया जा सके एवं तेल के रिसाव की स्थिति से निपटा जा सके। इसके अतिरिक्त स्थिति के हवाई आकलन के लिए मदुरै से प्रतिदिन आईसीजी डोर्नियर विमानों की उड़ानें जारी हैं। जहाजों और विमानों द्वारा दी गई रिपोर्टों से पता चलता है कि तेल रिसाव नहीं हुआ है। इसके अलावा अग्निशमन की प्रक्रिया को सावधानीपूर्वक और नियंत्रित ढंग से चलाए जाने से पता चला है कि पोत के ट्रिम और ड्राफ्ट में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है जो यह दर्शाता है कि पोत की स्थिर है।
आईसीजी जहाज और श्रीलंकाई टग निरंतर जहाज़ की परिधी को ठंडा कर रहे हैं। साथ ही जलते हुए पोत पर धात्विक आग को नियंत्रित करने व बुझाने के लिए डीसीपी बैग गिराने का कार्य श्रीलंकाई हेलीकॉप्टर द्वारा किया जा रहा है। आईसीजी ने प्रदूषण प्रतिक्रिया की दिशा में तत्काल सहायता के लिए कोच्चि, चेन्नई और तूतीकोरिन में अपने संसाधन भी स्टैंडबाय पर रखे हैं। एमवी एक्स-प्रेस पर्ल में आग को रोकने की दिशा में कुल मिलाकर उठाए जा रहे कदमों एवं अभियानों में बढ़ोतरी के लिए श्रीलंकाई तटरक्षक तथा अन्य श्रीलंकाई प्राधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय बनाए रखा जा रहा है।
सितंबर 2020 में दोनों देशों के बीच इसी तरह के संयुक्त अभियान का नाम सागर आरक्षा रखा गया था जब आईसीजी के जहाज और श्रीलंकाई अधिकारी श्रीलंका के पूर्वी तट के पास एमटी न्यू डायमंड जहाज़ पर आग बुझाने के अभियान में शामिल थे। एमटी न्यू डायमंड घटना के समय 2,70,000 मीट्रिक टन कच्चा तेल लेकर जा रहा था और आईसीजी एवं श्रीलंकाई अधिकारियों के संयुक्त प्रयास के कारण तेल रिसाव की एक बड़ी घटना टल गई थी।
पी आईं बी