दक्षिण पश्चिम मॉनसून मध्य अरब सागर, पूरे तटीय कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, उत्तरीआंतरिक कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के अधिक हिस्सों, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिक हिस्सों और उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ा

नई दिल्ली 6 जून।भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के अनुसारः (शनिवार 05 जून 2021, जारी करने का समयः1630घंटे1430 घंटे के ऑब्‍जर्वेशन के आधार पर)

अखिल भारतीय मौसम अनुमान (शाम)

·         दक्षिण पश्चिम मॉनसून कल 5 जून 2021 को मध्य अरब सागर, पूरे तटीय कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के अधिकांश हिस्सों, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों, मध्य बंगाल की खाड़ी के अधिकांश हिस्सों और उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ा।

·         मॉनसून उत्तरी सीमा (एनएलएम) अक्षांश 17.0° उत्तर/देशांतर 60°पूर्व, अक्षांश 17.5°उत्तर/देशांतर 70°पूर्व, हरणायी, सोलापुर, रायचूर, कुर्नूल, तिरुपति, कडलूर अक्षांश11.5°उत्तर/देशांतर81.5°पूर्व,13° उत्तर/85°पूर्व, 16°उत्तर/89°पूर्व और 20°उत्तर/93°पूर्व से होकर गुजरा।

·         दक्षिण पश्चिम मॉनसूनके अगले 24 घंटे में और अधिक मध्य अरब सागर, महाराष्ट्र के कुछ और अधिक हिस्सों, कर्नाटक के शेष हिस्सों, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अधिकांश हिस्सों, तमिलनाडु के शेष हिस्सों, मध्य और उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी के अधिक हिस्सों, उत्तर पूर्वी बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों और उत्तर पूर्वी भारत की ओर बढ़ने की संभावना है।

·         पंजाब और उसके निकटवर्ती हरियाणा मेंसमुद्र तल से 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ मौजूद है और कम दबाव की हवा के साथ इसकी धुरी देशांतर 72° पूर्व से उत्तर की ओर अक्षांश 26° उत्तर में समुद्र तल से 5.8किलोमीटर की ऊंचाई पर है।

·         हरियाणा और उसके निकटवर्ती उत्तर पश्चिम राजस्थान पर औसत समुद्र तल से 2.1 किलोमीर ऊपर तकएक चक्रवाती परिसंचरणफैला हुआ है।

·         कर्नाटक गोवा तटों से अलग पूर्वी मध्य अरब सागर पर औसत समुद्र तल से 4.5 किलोमीटर ऊपर तक एक चक्रवाती परिसंचरण फैला हुआ है।

·         पूर्वी मध्य अरब सागर पर चक्रवाती परिसंचरण से तमिलनाडु और पूरे कर्नाटक पर एक कम दबाव वाला क्षेत्र बन गया है जो औसत समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है।

·         दक्षिण महाराष्ट्र तट से दक्षिण केरल तट तक औसत समुद्र तल पर एक अपतटीय कम दबाव वाला क्षेत्र बना है।

·         श्रीलंका और उसके निकटवर्ती कोरोरिन क्षेत्र पर औसत समुद्र तल से3.1 किलोमीटर और 4.5 किलोमीटर के बीच एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ हुआ है।

पी आई बी

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