इस वॉकेथॉन का आयोजन भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) द्वारा आयोजित किया गया है। यह वॉकेथॉन 3 दिनों तक चलेगी, जिसमें 200 से अधिक आईटीबीपी के जवान और विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) के कर्मी 200 किलोमीटर से अधिक दूरी तक पैदल मार्च करेंगे।
वॉकेथॉन मार्च दिन-रात जारी रहेगी और भारत-पाकिस्तान सीमा के साथ स्थित क्षेत्र में थार रेगिस्तान के टीलों से होकर गुजरेगी।
मार्च के ट्रैक का अधिकांश भाग अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ लगा हुआ है, जो कई लड़ाइयों और युद्ध के लिए जाना जाता है। इस रास्ते में किशनगढ़ किला एक प्रमुख स्थान है।
खेल मंत्री श्री किरेन रिजीजू ने भी सुरक्षा बलों के साथ वॉकेथॉन के पहले कुछ किलोमीटर की पैदल दूरी तय की। उन्होने कहा, “यह हमारे प्रधानमंत्री की सोच है कि फिट इंडिया मूवमेंट को एक जन आंदोलन बनाया जाए और इसे देश के हर कोने में ले जाया जाए। सुरक्षा बल स्वयं फिट हैं लेकिन जैसलमेर की सीमाओं पर 200 किलोमीटर तक पैदल चलने से उनका उद्देश्य देश के प्रत्येक नागरिक को प्रेरित करना है कि यदि वे 200 किमी को वॉकेथॉन के रूप में पैदल चलकर पूरा कर सकते हैं, तो प्रत्येक नागरिक भी किसी न किसी रूप में फिटनेस हासिल कर सकता है।”
अभिनेता और फिटनेस आइकन विद्युत जामवाल ने कहा, “यह एक बड़ी पहल है जिसे सरकार ने शुरू किया है, और फिट इंडिया मूवमेंट के देश के हर कोने तक पहुंचने के लिए, केवल शहरी केंद्रों या बड़े शहरों में फिटनेस कार्यक्रम होना पर्याप्त नहीं है बल्कि वास्तव में इसे हर छोटी जगह पर ले जाने की ज़रूरत है। रेगिस्तान में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के साथ, यह पता चलता है कि सरकार इस पहल को देश के हर कोने में ले जाने के लिए कितनी गंभीर है।”
आईटीबीपी के अलावा, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ), त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ), असम राइफल्स और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के कर्मचारियों का भी इस वॉकेथॉन में प्रतिनिधित्व है।
‘फिट इंडिया वॉकेथॉन’ का उद्देश्य भारत में फिट और स्वस्थ जीवन शैली के बारे में जागरूकता पैदा करना है। यह हाल ही में संपन्न फिट इंडिया फ्रीडम रन ’ में पूरे भारत में 6.5 करोड़ से अधिक लोगों की भागीदारी से इस अभियान के बारे में देश भर में जागरूकता के बारे में पता चलता है।
पी आई बी