मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि उड़ानों में बढ़ोत्तरी होने से पर्यटन, शिक्षा, उद्योग, व्यापार और वाणिज्य में बहुत ज्यादा अवसर प्राप्त होंगे
नई दिल्ली 14 अगस्त।केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय में हुए एक वर्चुअल समारोह में बरेली (उत्तर प्रदेश) को मुंबई (महाराष्ट्र) से जोड़ने वाली नई उड़ान को झंडी दिखाकर रवाना किया। इस कार्यक्रम के दौरान नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्यमंत्री,जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. वी.के. सिंह, बरेली के सांसद श्री संतोष गंगवार,नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव,प्रदीप सिंह खरोला और एमओसीए में संयुक्त सचिव,श्रीमती उषा पाढ़ी के साथ एमओसीए और एएआई के अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
इस अवसर परश्री नंद गोपाल गुप्ता, नागरिक उड्डयन मंत्री, उत्तर प्रदेश, डॉ अरुण कुमार, विधानसभा सदस्य, भारतीय जनता पार्टी, श्री भरन लाल मौर्य, विधायक भाजपा, श्री राजेश कुमार मिश्रा, विधायक भाजपा और श्री नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश, राज्य सरकार के अन्य अधिकारियों के साथ बरेली के जिलाधिकारी भी इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए।
श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहाकि “आज देश के नागरिकों के लिए उड्डयन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण दिन है। आज से बरेली-मुंबई रूट पर और 14 अगस्त 2021 से बरेली-बेंगलुरु रूट पर उड़ान संचालन शुरू होने से न केवल इस क्षेत्र में परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा, बल्कि पर्यटन, शिक्षा, उद्योग और व्यापार और वाणिज्य में भी अपार संभावनाएं खुलेंगी। इसके अलावा, हम 26 अगस्त 2021 से दिल्ली-बरेली के बीच रोजाना परिचालन की आवृत्ति भी बढ़ा रहे हैं। इन सीधी उड़ानों के माध्यम से न केवल बरेली के लोगों को बल्कि नैनीताल और रानीखेत जैसे पड़ोसी क्षेत्र के लोगों को भी लाभ होगा।”
भारत सरकार की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना-उड़े देश का आम नागरिक के अंतर्गत बरेली हवाई अड्डे को वाणिज्यिक उड़ान का संचालन करने के लिए अपग्रेड किया गया है। 8 मार्च 2021 को उड़ान योजना के अंतर्गत परिचालन शुरू करने वाला यह 56 वां हवाई अड्डा बन चुका है, जिसमें दिल्ली-बरेली मार्ग पर चालक दल की सभी सदस्य महिलाएं हीथीं। अब मुंबई बरेली से सीधी उड़ानों से जुड़ने वाला दूसरा शहर है और सीधी उड़ाने से जुड़ने वाला बैंगलोर तीसरा शहर होगा।
यह हवाई कनेक्टिविटी लाखों लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी, जो नाथनगरी (क्षेत्र के चार कोनों-धोपेश्वरनाथ, मदनीनाथ, अलखनाथ तथा त्रिवतीनाथ में स्थित चार शिव मंदिरों के लिए विख्यात), आला हजरत, शाह शराफत मियां और खानकहे नियाजिया, जरी नगरी और संजाश्या (जहां बुद्ध तुशिता से धरती पर उतरे थे) जैसे ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण स्थलों के लिए बरेली की यात्रा करते हैं।बरेली और उसके पड़ोसी क्षेत्रों की हवाई कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के अलावा, देश की व्यापार राजधानी -महाराष्ट्र में मुंबई और देश के प्रौद्योगिकी केंद्र – कर्नाटक में बैंगलोर में उड़ान संचालन करने के साथ सीधे कनेक्टिविटी के माध्यम सेव्यापार, पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था का आधार साबित होगा।
इस मार्ग का संचालन भारत सरकार की ‘सब उड़ान सब जुड़ान पहल’के उद्देश्यों के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य देश में टियर-2 और टियर-3 शहरों वाले महानगरों के साथ हवाई संपर्क को मजबूती प्रदान करना है।
वर्तमान समय में, उड़ान योजना के अंतर्गत 363 मार्गों और 59 हवाई अड्डों (5 हेलीपोर्ट और 2 जल एयरोड्रोम सहित) को चालू किया गया है।
घरेलू यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी होरही है क्योंकि परिवहन के पसंदीदा, सुरक्षित और समय की बचत वाले साधन के रूप में हवाई उड़ान एक महत्वपूर्ण साधन के रूप में उभर कर सामने आरहा है। 11 अगस्त 2021को 1,98,495 यात्रियों द्वारा 1,798 उड़ानों से यात्रा कीगई है। कुल उड़ानो का आवाजाही 3,592 थी और कुल यात्रियों की आवाजाही 3,95,143 रही।
12 अगस्त 2021 को मुंबई के लिए और 14 अगस्त 2021 को बेंगलुरु के लिए विमान सेवाएं शुरू की गई:
फ्लाइट नंबर | क्षेत्र | प्रस्थान/आगमन | आवृत्ति | वायुयान |
6ई828 | मुंबई – बरेली | 0925/1130 | मंगलवार,गुरुवार, शुक्रवार और रविवार | एयरबस 320 |
6ई5304 | बरेली – मुंबई | 1230/1440 | मंगलवार, गुरुवार, शुक्रवार और रविवार | एयरबस 320 |
6ई6521 | बेंगलुरु – बरेली | 0840/1130 | सोमवार, बुधवार और शनिवार | एयरबस 320 |
6ई6522 | बरेली – बेंगलुरु | 1230/1520 | सोमवार, बुधवार और शनिवार | एयरबस 320 |