नई दिल्ली 14 अगस्त।ट्राइफेड स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने वाले प्रतिष्ठित गणमान्य लोगोंऔर मेहमानों को हस्तनिर्मित पंखे की आपूर्ति करने के लिए एक बार फिर रक्षा मंत्रालय के साथ सहयोग कर रहा है।
ये पंखेपर्यावरण के अनुकूल हैं और प्राकृतिक, जैविक सामग्री से बने हैं।
ट्राइब्स इंडिया के पंखेपूरे देश में ट्राइब्स इंडिया के रिटेल आउटलेट्स और उसके ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (www.tribesindia.com) पर भी बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।
ट्राइफेड – आजादी के 75 वें साल का जश्न मना रहा है ट्राइब्स इंडिया
अगस्त एक विशेष महीना हैतथाइस साल यह इसलिए और महत्वपूर्ण हैक्योंकि भारत अपनी आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है।
ट्राइबल कोओपरेटिव मार्केटिंग डेवलपमेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ट्राइफेड) ने आत्मनिर्भर भारत अभियान को आदिवासीसमुदाय कीआय और आजीविका को समर्थन देने और स्थिर बनाएरखने के अपने निरंतर प्रयासजारी रखाहै। जनजातीय कारीगरों केशिल्प कौशल को पहचानने और उनकी आजीविका को बढ़ावा देने के लिए एक छोटे से योगदान के तहतट्राइफेड एक बार फिर रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर दिल्ली के लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने वाले प्रतिष्ठित गणमान्य लोगोंऔर मेहमानों के लिए हाथ से बने पंखे उपलब्ध करा रहा है। यह इस सहयोग का चौथा साल है।
राजस्थान, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार, गुजरात और झारखंड जैसे राज्यों के साथदेश भर के कारीगरों से प्राप्त ये पंखेपर्यावरण के अनुकूल हैं और प्राकृतिक, जैविक सामग्री से बने हैं। एक स्मृति चिह्नके रूप में, ये पंखेउस अतीत की यादों को दोबारा जीने में मदद करते हैं जब ये भारतीय घरों का एक अभिन्न हिस्साथे और चिलचिलाती गर्मी में आराम प्रदान करते थे।
ट्राइब्स इंडिया के पंखेदेश भर में ट्राइब्स इंडिया के रिटेल आउटलेट और उसके ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म (www.tribesindia.com)पर भी बिक्री के लिए उपलब्ध हैं।
ट्राइफेड ने जनजातीय लोगों को सशक्त बनाने के अपने मिशन मेंदेशभर में अपने समुदायों के आर्थिक कल्याण को बढ़ावा देकर (विपणन के विकास और उनके कौशल के निरंतर उन्नयन के माध्यम से)जनजातीय कल्याण के लिए राष्ट्रीय नोडल एजेंसी के रूप में, ट्राइब्स इंडिया नामक रिटेल आउटलेट्स के अपने नेटवर्क के माध्यम से आदिवासी कला एवं शिल्प सामग्रियों की खरीद और विपणन शुरू किया।वर्ष1999 में 9, महादेव रोड, नई दिल्लीस्थित प्रमुखस्टोर के अलावा अब पूरे भारत में इसके 141रिटेल आउटलेट हैं।
यह सहयोग जनजातीय उत्थान की दिशा में काम करते हुए ट्राइफेड की ओर से किया गया एक और प्रयास है। सभी लोग उपलब्ध पंखों को देखने के लिए आमंत्रित हैं और यह तय है कि इससे बचपन की यादें ताजा हो जाएंगी जब पंखे हर घर का एक स्थायी हिस्सा होते थे।
ट्राइफेड की टीमभारत के 75वें स्वतंत्रता दिवसपर सभी को शुभकामनाएं देती है!
***