सी-डॉट और रेलटेल ने दूरसंचार क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए

एमओयू का उद्देश्य “आत्मनिर्भर भारत” के तहत स्वदेशी दूरसंचार प्रौद्योगिकियों को प्रोत्साहन देना है

इससे पीएम द्वारा लॉन्च किए गए “गति शक्ति” कार्यक्रम के तहत दोनों संगठनों के बीच सामंजस्य कायम करके विकास को बढ़ावा मिलेगा

नई दिल्ली 14 अक्टूबर।“आजादी का अमृत महोत्सव” के तहत, दूरसंचार विभाग, संचार मंत्रालय, भारत सरकार के प्रमुख आरएंडडी केंद्र सी-डॉट और रेलटेल कॉरपोरेशन लि., रेल मंत्रालय, भारत सरकार ने देश भर में संचार नेटवर्क के आधुनिकीकरण और विस्तार पर मुख्य रूप से जोर के साथ विविध क्षेत्रों में मिलकर काम करने के उद्देश्य से 14 अक्टूबर, 2021 को सी-डॉट दिल्ली परिसर में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

एमओयू हस्ताक्षर कार्यक्रम के दौरान सी-डॉट के कार्यकारी निदेशक डॉ. राजकुमार उपाध्याय और रेलटेल के सीएमडी श्री पुनीत चावला के अलावा दोनों संगठनों के अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। एमओयू पर हस्ताक्षर से दोनों संगठनों को अपने-अपने क्षेत्रों में अन्य विशेषज्ञता का लाभ उठाने में मदद मिलेगी।

सी-डॉट ने स्वदेशी स्तर पर स्विचिंग, ऑप्टिकल, वायरलेस, नेटवर्क मैनेजमेंट और सिक्योरिटी क्षेत्रों से जुड़ी विभिन्न अत्याधुनिक दूरसंचार प्रौद्योगिकियों व नवीन समाधानों को तैयार किया है, जो रणनीतिक महत्व सहित राष्ट्रीय नेटवर्कों में सफलतापूर्वक लागू किए गए हैं।

एक मिनी रत्न (श्रेणी-1) केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम रेलटेल देश के विभिन्न कस्बों व शहरों और ग्रामीण इलाकों को कवर करते हुए 60,000 आरकेएम के अखिल भारतीय ऑप्टिक फाइबर नेटवर्क के स्वामित्व के साथ देश के सबसे बड़े दूरसंचार इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रदाताओं में से एक है। अपने अखिल भारतीय उच्च-क्षमता वाले नेटवर्क के साथ, रेलटेल विभिन्न मोर्चों पर एक नॉलेज सोसायटी तैयारी करने की दिशा में काम कर रही है और उसे दूरसंचार क्षेत्र में भारत सरकार की विभिन्न मिशन-मोड परियोजनाओं को कार्यान्वित करने के लिए चुना गया है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सी-डॉट के कार्यकारी निदेशक डॉ. राजकुमार उपाध्याय ने कहा कि सी-डॉट राष्ट्रीय विकास के महत्वाकांक्षी उद्देश्यों को पूरा करने के लिए रेलटेल की विशिष्ट आवश्यकताओं के साथ अपने स्वदेशी दूरसंचार आरएंडडी उद्यमों को जोड़ने को उत्सुक है। दोनों संगठनों की पूरक क्षमताएं हैं, जो राष्ट्रव्यापी संचार नेटवर्कों के आधुनिकीकरण और विस्तार व उपभोक्ता मांग पूरी करने के विशिष्ट लक्ष्यों को पूरा करने में व्यापक तालमेल कायम करेंगी। सी-डॉट अत्याधुनिक स्वदेशी प्रौद्योगिकियों की डिजाइनिंग में अपनी आरएंडडी विशेषज्ञता लाती है और रेलटेल के पास इन समाधानों को लागू करने के लिए एक तैयार बाजार है। इससे प्रधानमंत्री के “गति शक्ति” कार्यक्रम में परिकल्पित तालमेल कायम करके समावेशी विकास को बढ़ावा मिलेगा।

रेलटेल के सीएमडी श्री पुनीत चावला ने कहा कि सी-डॉट और रेलटेल के बीच सामंजस्य से उपकरणों की लागत घटाकर ग्रामीण इलाकों में जनता को किफायती ब्रॉडबैंड सेवाएं उपलब्ध कराने में सहायता मिलेगी, क्योंकि सी-डॉट की घरेलू स्तर पर विकसित प्रौद्योगिकी के उपयोग से “मेक इन इंडिया” होगा। रेलटेल पीएम-वाणी कार्यक्रम के तहत सेवाओं को लागू करने की प्रक्रिया से भी गुजर रही है। इन सब कार्यों से राष्ट्रीय नेटवर्कों को मजबूती मिलेगी और निर्बाध कनेक्टिविटी को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे “आत्मनिर्भर भारत” की बुनियाद मजबूत होगी। सी-डॉट ने एलटीई और डब्ल्यूडीएम के लिए स्वदेशी समाधान विकसित किए हैं और हमें हाई स्पीड मोबाइल कम्युनिकेशन कॉरिडोर के लिए भारतीय रेलवे के प्रस्तावित एलटीई/4जी नेटवर्क के लिए सेवाओं को चालू करने के उद्देश्य से इन समाधानों का उपयोग होने की उम्मीद है।

सी-डॉट और रेलटेल ने “आजादी का अमृत महोत्सव” के उत्सव के भाग के रूप में देश के डिजिटल परिवर्तन के लिए स्वदेशी क्षमताओं के विकास के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई है।

 

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