नई दिल्ली 11 नबम्बर।राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज (एनडीसी)का उद्घाटन 1960 में भारत के तत्कालीन माननीय प्रधानमंत्री ने किया था और 27 अप्रैल,2020 को इसके स्थापना के 60 साल पूरे हो गए। कॉलेज 100 पाठ्यक्रम सदस्यों के लिए “राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक अध्ययन” पर खास तौर पर तैयार किया गया 47 हफ्ते लंबा पाठ्यक्रम प्रदान करता है। इन 100 सदस्यों में से 25 मित्र देशों के हैं। इस समय कॉलेज के पूर्व छात्रों की संख्या 3,899 है, जिनमें से 835 छात्र, 69 मित्र देशों के हैं। इनमें से कई पूर्व छात्र अपने संबंधित संगठनों के सर्वोच्च पद पर आसीन हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा का संस्थान होने के अलावा, कॉलेज मित्र देशों के साथ मजबूत संबंधों को बढ़ावा देने में कूटनीति के एक महत्वपूर्ण औजार के रूप में भी काम करता है। राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र के भीतर सामरिक शिक्षा के शीर्ष और एकमात्र संस्थान के रूप में, एनडीसी में महत्वपूर्ण रेजीडेंट शैक्षणिक और अनुसंधान विशेषज्ञता की कमी है जबकि दुनिया भर के कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में बौद्धिक और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ाने के लिए चेयर ऑफ एक्सीलेंस और प्रोफेसर के पद हैं।
राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज की हीरक जयंती के अवसर पर भारत के माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने 11 नवंबर, 2020 को राष्ट्रपति भवन में रक्षा सचिव श्री अजय कुमार और कमांडेंट एयर मार्शल डी. चौधरी की उपस्थिति में”प्रेसीडेंट्स चेयर ऑफ एक्सीलेंस ऑन नेशनल सिक्योरिटी” की स्थापना को मंजूरी दी। प्रेसीडेंट्स चेयर ऑफ एक्सीलेंस ऑन नेशनल सिक्योरिटी न केवल कॉलेज की बौद्धिक पूंजी को बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि इसकी विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा को बढ़ाने में भी काफी मददगार साबित होगा।
यह चेयर राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज, 06, तीस जनवरी मार्ग, नयी दिल्ली में स्थित होगा और इसके लिए सभी शैक्षणिक, प्रशासनिक और लॉजिस्टिक सहायता प्रदान की जाएगी।