नई दिल्ली 19 नवम्बर।
भारतीय सेना ने गत दिवस 240वां इंजीनियर कोर दिवस मनाया। ‘राष्ट्रीय समर स्मारक’ में आयोजित एक समारोह में, इंजीनियर कोर प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एसके श्रीवास्तव(इंजीनियर-इन-चीफ)तथासैन्य अधिकारियों, जेसीओ और अन्य सैन्यकर्मियों ने माल्यार्पण किया और देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
इंजीनियर कोर युद्ध इंजीनियरिंग सहायता प्रदान करता है, सशस्त्र बलों व अन्य रक्षा संगठनों के लिए बुनियादी ढांचे का विकास करता है और हमारी विशाल सीमा क्षेत्रों के साथ संपर्क बनाए रखता है। इसके अलावा कोर प्राकृतिक आपदाओं के दौरान आम लोगों को उचित सहायता प्रदान करता है।इन कार्यों को कोर के चार स्तंभों- लड़ाकू इंजीनियर, सैन्य इंजीनियर सेवा, सीमा सड़क संगठन और सैन्य सर्वेक्षण के माध्यम से पूरा किया जाता है।
इंजीनियर कोर के तीन समूह हैं – मद्रास सैपर्स, बंगाल सैपर्स और बॉम्बे सैपर्स जिन्हें18 नवंबर,1932 को कोर में समाहित कर दिया गया था। स्थापना के बाद से, इतिहास युद्ध और शांति दोनों ही समय में इंजीनियर कोर के अनुकरणीय योगदान के उदाहरणों से परिपूर्ण है।
पी आई बी