क्या –
**2022 में योगी सरकार को ले डूबेगें इस तरह के बेअन्दाज अधिकारी.
**जतिगत आधार पर गाली देकर ब्राम्हण संवर्ग में भाजपा के प्रति फैला रहा नफरत.
**अपने को प्रदेश का सबसे बड़ा गुंडा बताता है
**सभी गुंडे उसकी जेब में हैं उनसे वह किसी को मरवा सकता है
**भ्रष्टाचार की बात खुलेआम कार्यालय में करता है
**मंत्री से लेकर सभी अधिकारी उसकी जेब में है उसका कोई बाल बांका नहीं कर सकता है यह भी चिल्लाता है
**उसकी दिनचर्या इसी में लगी रहती है कि किसने कितना पैसा लिया और हमें उसमें से कितना मिला यह कार्यालय में चर्चा करता है
***सरकार ने संज्ञान न लिया तो सरकार को पड़ेगा महंगा
ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध सार्वजनिक भर्त्सना निंदा और सेवा में ना रहने योग्य कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि कार्मिक नियमावली 1956 मैं बांधे होने के बावजूद अपने को स्वच्छंद साड़ की तरह हरकतों से रोकते हुए एक उदाहरण अन्य अधिकारियों के लिए प्रस्तुत करना होगा इस संबंध में अति शीघ्र मुख्य सचिव सहित उच्च अधिकारियों से मिला जाएगा
इंजी. हरि किशोर तिवारी
*प्रदेश अध्यक्ष*
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद
उत्तर प्रदेश