जालौन/औरैया6 अगस्त।

जलोंन अपडेट

यमुना नदी ने तोडा 26 साल पुराना रिकॉर्ड

ख़तरे के निशान से 20 फिट ऊपर बह रही है यमुना

जनपद में बाढ़ और घरगिरी से सैकड़ों गांवों में पेयजल का संकट

नवनिर्मित स्टेट हाइवे पर एक मीटर पानी

यातायात व्यवस्था बंद

एन डी आर एफ एस डी आर एफ गोताखोरों की टीम के साथ प्रशासनिक अमला जुटा रेस्क्यू और मदद में

 

यमुना नदी के रौद्र रूप को देखते हुए प्रशासन हाई एलर्ट पर,,,

नवनिर्मित स्टेट हाइवे उरई- औरैया एहतियातन किया गया बंद,,,

इटावा और औरैया जिले से जालौन जिले को जोड़ता स्टेट हाइवे किया गया बंद,,,

आवागमन डायवर्सन कर दिया गया है,,,

नवनिर्मित स्टेट हाइवे पर धराना और शंकरपुर के बीच करीब एक किलोमीटर तक चार फुट ऊपर बह रही है यमुना नदी,,,

सभी छोटे बड़े वाहनों को डायवर्सन किया गया,,,

वाहनों को किसी भी अनहोनी से बचाने के लिए बैरीकेडिंग की गई है और समुचित पुलिस बल तैनात किया गया है,,,

ऐसी आशंका जताई जा रही है कि अभी और बढ़ सकता है यमुना नदी का जलस्तर,,,,

यमुना नदी पहले ही अपने रौद्र रूप में कीर्तिमान स्थापित कर बह रही है,।

औरैया तथा जालौन जिले की पुलिस यातायात व्यवस्था चाक चौबंद करने में जुटी हुई है,,,,,

औरैया।आखिरकार आज तोड़ दिया यमुना नदी ने अपना 26 साल पुराना रिकॉर्ड,1996 में यमुना नदी ने ख़तरे के निशान को पार करते हुए 118.17 मीटर का रिकॉर्ड कायम कर जालौन- इटावा जिलों में दहशत फैलाई थी,आज़ सुबह करीब 5 बजे यमुना नदी ने अपना 26 साल पहले का रिकॉर्ड तोड दिया है और इस समय यमुना नदी 118.26 मीटर के ऊपर वह रहीं हैं,हालात अच्छे नहीं लग रहें हैं नवनिर्मित स्टेट हाइवे पर शंकरपुर के पास सड़क के ऊपर तक पानी आ चुका है,और देर रात जगम्मनपुर के पास जुहीका पुल के भी क्षतिग्रस्त होने की अपुष्ट सूचना आ रही है,,,,

नदियों के किनारे पर बसे गांवों में काफी अन्दर तक पानी आ गया है,सरकार के जल शक्ति मंत्री भी आज कर रहे है बाढ़ग्रस्त एरिया का हवाई सर्वे।

 

 

★जिलाधिकारी औरैया व पुलिस कप्तान ने नाव में वैठकर किया बाढ़ग्रस्त इलाके का दौरा

जिलाधिकारी श्री सुनील कुमार वर्मा ने पुलिस अधीक्षक अपर्णा गौतम सदर एसडीएम रमेश यादव व नायब तहसीलदार पवन कुमार एवं अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित गांवों का निरीक्षण किया। वे आस्ता एवं सिकरोड़ी गांव में नाव में बैठकर पहुंचे और वहां पर आई बाढ़ का जायजा लिया। उन्होंने वहां पर रह रहे निवासियों से अपील करते हुए कहा कि नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। अतः आप सभी लोग प्रशासन द्वारा चिन्हित की गई सुरक्षित जगह पर पहुंच जाएं इसके लिए नाव का भी प्रबंध किया गया है। वहां पर खाना पानी दवा आदि की पूरी व्यवस्था की गई है। सभी लोग वहां पर जल्द से जल्द जरूरी सामान लेकर पहुंचे।
मदद के लिए २० सदस्यीय SDRF का दस्ता भी आज रात पहुँच रहा है।

उन्होंने बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त हुए मकानों का भी निरीक्षण किया और प्रभावित लोगों से बात भी की। निरीक्षण के दौरान उन्होंने उप जिला अधिकारी को निर्देश दिये कि वह बाढ़ से प्रभावित होने वाले घरों की सूची बनाएं और आपदा राहत मद से उनको लाभ दिलाएँ जिनके घर गिर गए हैं। साथ ही ऐसे परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ से प्रभावित सभी गांव वालों को पूरी सहायता दी जाए उनके लिए हर संभव मदद की जाए। यदि ज़रूरत पड़े तो नुमाइश ट्रस्ट के पैसे का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। बाढ़ की वजह से कोई भी जनहानि नहीं होनी चाहिए।

जालौन से संवाददाता देवेश कुमार स्वर्णकार व प्रशांत चतुर्वेदी की रिपोर्ट

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