औरैया 18 अप्रैल।शेमफोर्ड फ्यूचरिस्टिक के-12 स्कूल औरैया में विश्व धरोहर दिवस मनाया गया जिसमें विद्यार्थियों ने गायत्री मन्त्र के उच्चारण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया Iशेमलिटिल स्टार्स ने सर्वप्रथम रैम्प वॉक करके विभिन्न संस्कृतियों के बारे में झलक प्रस्तुत करते हुए सभी का मन मोह लियाI कार्यक्रम के आयोजन में उप प्रधानाचार्य श्री अमित चौधरी सामाजिक विषय विभाग के शिक्षक श्री रामविशाल मिश्रा, सुनील पाण्डेय, ज्योत्सना, अक्शा खान, मिताली सरदार एवं दीप्ती सेठी सहित सभी शिक्षक, शिक्षिकाओं का योगदान रहा Iविश्व धरोहर दिवस के उपलक्ष्य में शेमफोर्ड के विद्यार्थियों ने अनेक राज्यों के मनमोहक नृत्यों को प्रदर्शित करते हुए अपनी सांस्कृतिक एवं आन्तरिक कलाओं का प्रदर्शन कियाI वहीं बच्चों ने अपनी प्रतिभा का परिचय देते हुए ताजमहल, सुंदरवन, राष्ट्रीय प्रतीक, कुतुबमीनार, कमल मंदिर एवं संसद भवन जैसे विभिन्न ऐतिहासिक मॉडलों को बनाकर अपनी संस्कृति के संरक्षण एवं सांस्कृतिक विरासत के महत्व को लेकर के जागरूकता बढ़ाने और विरासत के प्रति सम्मान को व्यक्त कियाI वहीं छात्र- छात्राओं ने भाषण प्रस्तुत करते हुए कहा, कि”हर साल 18 अप्रैल को मनाया जाने वाला यह महत्वपूर्ण दिन विश्व की विरासत के संरक्षण हेतु किया गया एक प्रयास हैं. हमारा भारत भी ऐतिहासिक, धार्मिक, प्राकृतिक एवं संस्कृतियों कलाकृतियों, स्मृतियों एवं स्थलों से परिपूर्ण देश हैं. ये विरासत के स्थल संसार के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है. प्रत्येक भारतीय नागरिक को अपने देश की विरासत स्थलियों पर गर्व होना चाहिए तथा उनके संरक्षण की दिशा में कदम बढाने चाहिए I छात्र- छात्राओं ने विश्व धरोहर दिवस पर नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत करते हुए संस्कृति के संरक्षण करने एवं उनके महत्व के बारे में संदेश दियाI विद्यालय के संस्थापक एवं प्रबंधक श्री देवेन्द्र गुप्ता ने विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए मॉडलों का निरीक्षण करते हुए उनके कार्यों का गुणानुवाद किया एवं भविष्य में उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हुए उनके आत्मविश्वास को बढ़ायाI
कार्यक्रम के अंत में प्रधानाचार्या डॉ. मीनाक्षी नरुला ने ‘विश्व धरोहर दिवस’ के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में आदि से लेकर अंत तक विद्यार्थियों द्वारा किए गए अप्रतिम कार्य की सराहना करते हुए उनके मनोबल को बढ़ाया एवं सामाजिक विषय विभाग के शिक्षक- शिक्षिकाओं द्वारा विद्यार्थियों को दिए गए नवीकरणीय ज्ञान की प्रशंसा करते हुए उनके प्रयास को सराहा I विद्यार्थियों को विश्व धरोहर के विषय में बताते हुए कहा, कि भविष्य में दुनियाभर में ऐसी तमाम ऐतिहासिक धरोहरें, इमारतें और स्मारक हैं जो वक्त के साथ जर्जर होते जा रहे हैं, इनके संरक्षण और पुरुद्धार के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल विश्व धरोहर दिवस मनाया जाता है, ताकि आने वाली पीढ़ी को इनका महत्व और इतिहास बताया जा सके ।