वी पी त्रिपाठी डीआईजी जेल. कानपुर रेंज,,
जालौन 24 नवम्बर।जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों के लिए अच्छी खबर है। शाशन ने इन बंदियों से गौशालाओं में काम कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए प्रदेश भर के चार कारागारों का चयन किया गया है। जिसमे जालौन जिले की जिला कारागार भी चयनित हुआ है। इस कार्ययोजना को तैयार कर शाशन को भेजने के लिए सोमवार को कानपुर रेंज के कारागार डीआईजी वेद प्रकाश त्रिपाठी ने जालौन की गौशाला व जिला कारागार का निरिक्षण किया।
बतादें कि बंदियों को गौशाला के माध्यम से रोजगार देने के लिए प्रदेश भर में चार कारागारों का चयन किया गया है। जिसमे बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, फर्रुखाबाद व जालौन जिले का कारागार शामिल है। जालौन जिला कारागार पहुंचे डीआईजी ने निरीक्षण के बाद मीडिया कर्मियों से मुखातिब होते हुए कहा कि जेल में बंद कैदियों को रोजगार देने व उनकी मानसिक स्तिथि का बदलाव करने के लिए शाशन ने गौशालाओं में उनसे काम लिए जाने का फैसला किया है। इस काम की उन्हें मजदूरी भी दी जाएगी जो कि सीधे बंदियों के बैंक खातों में पहुंचेगी। इसके लिए उन्होंने राजकीय पशुधन क्षेत्र की गौशाला का निरिक्षण किया है। गौशाला के हिसाब से आंकलन कर उनमें बंदी भेजे जाऐगे। इसकी रिपोर्ट वह साशन को सौपेंगे। उन्होंने कहा कि इस कार्य से बंदियों को स्वावलम्बी बनने में मदद मिलेगी। साथ ही जेल से निकलने के बाद वह रोजगार की ओर अग्रसर होंगे।
रिपोर्ट– देवेश कुमार स्वर्णकार