औरैया 15 जुलाई ।जिलाधिकारी नेहा प्रकाश ने संभावित बाढ़ को दृष्टिगत रखते हुए ग्राम जुहीखा में आयोजित राहत चौपाल में ग्राम वासियों से कहा कि यदि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो तो प्रशासन के साथ-साथ आप लोग सजग रहें और बढ़ते जल स्तर से अवगत कराएं, जिससे समय रहते बचाव कार्य किए जा सके और किसी प्रकार की जनहानि आदि न होने पाये। उन्होंने कहा कि यदि बाढ़ की स्थिति बनती है तो आप लोग जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत शिविरों में शरण ले आपको हर संभव मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन आपके सहयोग के लिए पूरी तरह से तत्पर है। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि अपने पशुओं आदि को पानी बढ़ने पर अवश्य खोल दें जिससे वह वहां निकलने की स्थिति में रहे और बच सकें। उन्होंने कहा कि आप लोगों के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली गयी हैं और जो भी आवश्यकता महसूस होगी उसको भी दूर किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने राहत/बचाव कार्य से जुड़े विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह आपसी समन्वय बनाकर अपनी-अपनी ड्यूटी निर्धारित करें और आपदा की स्थिति आने पर सजगता के साथ अपनी जिम्मेदारी को ईमानदारी से निभाएं। उन्होंने कहा कि पूर्व में किए गए बचाव कार्यों के साथ-साथ यदि अन्य कोई भी सुझाव प्राप्त होता है तो उसको भी अमल में लाएं। उन्होंने ग्राम वासियों से बचाव संबंधी सुझाव मांगे और कहा कि यह भी अवगत कराएं कि बाढ़ से बचाव का स्थाई समाधान कैसे निकल सकता है जिसके लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए, जिस पर ग्राम वासियों ने बताया कि नदी की तरफ आने वाले नालो पर चेकडैम आदि बना दिए जाएं तो काफी हद तक बाढ़ का खतरा टल सकता है। जिस पर जिलाधिकारी ने अधिशाषी अभियंता सिंचाई (नहर) को निर्देश दिए कि स्थलीय परीक्षण कर आवश्यकतानुसार रिपोर्ट प्रस्तुत करें जिससे शासन को इस संबंध में अवगत कराया जा सके ताकि बाढ़ राहत हेतु आवश्यक कार्यवाही शासन स्तर से संभव हो सके। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि गोताखोरों तथा नाविकों के नाम, टेलीफोन नंबर आदि रखे जाएं जिससे समय पर उनका सहयोग लिया जा सके साथ ही पर्याप्त मात्रा में भोजन, चारा आदि की भी व्यवस्था कर ली जाये जिससे यदि बाढ़ की स्थित उत्पन्न होती है तो सभी को भोजन और पशुओं को चारा मुहैया कराया जा सके। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि टीकाकरण कराए जाने के साथ-साथ दवा आदि उपलब्ध रहे इसके लिए अभी से व्यवस्थाएं कर ली जाये। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत कार्य से जुड़े सभी संबंधित अधिकारी अपना एक व्हाट्सएप ग्रुप बना लें जिससे राहत संबंधी सूचनाओं का आदान-प्रदान आसानी से समय रहते हो सके। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि राहत कार्य से संबंधित सभी विभागों को समय रहते निर्देशित कर दिया जाए कि वह समय से व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें जिससे आपदा के समय किसी प्रकार की कोई अव्यवस्था उत्पन्न न हो पाये।
पुलिस अधीक्षक चारू निगम ने कहा कि आप की समस्याओं के समाधान के लिए पुलिस के सिपाही बाढ़ चौकियों आदि पर रहेंगे और यदि आपको किसी प्रकार की कोई सूचना आदि देनी हो तो दे सकते हैं जिससे आपका सहयोग किया जा सके। उक्त के पूर्व जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने विभागीय अधिकारियों के साथ जुहीखा यमुना पुल पर पहुंचकर यमुना के जलस्तर को देखा।
उक्त अवसर पर उप जिलाधिकारी अजीतमल संध्या शर्मा, तहसीलदार अजीतमल हरिश्चंद्र, जिला पूर्ति अधिकारी देवमणि मिश्र, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ मंशा राम, जिला कार्यक्रम अधिकारी बीरेंद्र सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल कुमार सिंह आपदा विशेषज्ञ दीपक कुमार आदि सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

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